नई दिल्लीः बॉलिवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ पूरे देश को जगाने को लेकर जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों की बुधवार को प्रशंसा की और दावा किया कि यह ‘निशाना बनाने वाला’ कानून है। उन्होंने कहा, हम देर से जागे हैं लेकिन अब हम जाग गए हैं। आपने पूरे देश को जगा दिया है। हम यहां आपका धन्यवाद अदा करने आए हैं।
बता दें जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों के विरोध प्रदर्शन का बुधवार 20वां दिन था। देर शाम को स्वरा भास्कर के साथ जीशान अयूब और पूर्व सांसद पप्पू यादव समर्थन देने के लिए जामिया के गेट नंबर सात पर पहुंचे। नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे जामिया के छात्रों ने बुधवार को क्रमिक भूख हड़ताल शुरू कर दी।
इस दौरान अभिनेत्री स्वरा ने कहा कि ‘टुकड़े टुकड़े’ गैं’ग जैसे शब्दों और सीएए और राष्ट्रीय नागरिकता पंजी जैसे कानूनों के माध्यम से नफरत को वै’ध बनाया जा रहा है। सीएए को निशाना बनाने वाला कानून बताते हुए उन्होंने कहा कि यह भारत के संविधान पर हम’ला है। वह नए कानून के विरोध में विश्वविद्यालय के बाहर एक जनसभा में शिरकत करने पहुंची थीं।
It was an honour to meet the #Sheroes of #ShaheenBaug #Okhla #Dilli You inspire us! 🙏🏿🙏🏿🙏🏿♥️♥️♥️🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 https://t.co/AXSsF5vE3k
— Swara Bhasker (@ReallySwara) January 2, 2020
वही भूख हड़ताल पर बैठे जामिया के छात्रों की मांगों में देश भर में विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई मौ’तों की निष्पक्ष जांच हो, पुलिस हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारियों जो हिं’सा में शामिल नहीं थे उनको रिहा किया जाए, साथ ही शांतिपूर्वक प्रदर्शनों में शामिल रहे लोगों के खिलाफ हुई एफआईआर वापस लेने, और हिं’सा के शिकार प्रदर्शनकारियों को मुआवजा देने जैसी मांगें शामिल हैं।
Thanks for these shots from #JamiaProtests on New Year’s Day #MohdAram #AmbientPictures pic.twitter.com/6JenST2Dlf
— Swara Bhasker (@ReallySwara) January 2, 2020
हलाकि नागरिकता कानून के विरोध में हुई हिं’सा के मामले को जांच कर रही एसआईटी की टीम बुधवार सुबह जामिया नगर पहुंची। जहाँ लोगों से बातचीत में टीम को पता लगा उ’पद्रवि’यों में भारी संख्या में बाहरी लोग शामिल थे।
🙏🏿♥️🇮🇳 https://t.co/mykdlwfwEw
— Swara Bhasker (@ReallySwara) January 1, 2020
वही शाम को लोकल पुलिस के अधिकारी एसआईटी बैठक में पहुंचे, जहां उन्होंने जांच अधिकारियों को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया। पुलिस को शक है कि दिल्ली में भी हुई हिं’सा के पीछे पीएफआई नाम के संगठन का हाथ हो सकता है। जिसकी जाँच अभी चल रही है।