वाशिंगटन: CAA,NRC: नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के खिलाफ देश भर के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसकी शुरुआत पूर्वोत्तर भारत के असम से हुई। इसके बाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी में भी जबरदस्त प्रदर्शन हुए। जामिया विश्वविद्यालय में पुलिस कार्रवाई के खिलाफ सोमवार को सड़क पर सियासत के साथ छात्रों का संघर्ष जारी रहा।
वही अब भारत में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विदेश से भी आवाज़ उठने लगी है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय का कहना है कि वह इस मामले पर बारिकी से नजर रख रहा है। इसके साथ ही प्रदर्शन करने वालों से हिं#सा से दूर रहने और प्रशासन से शांतिपूर्ण प्रदर्शन के अधिकारों की रक्षा और सम्मान करने की अपील की है।
अमेरिका बोला- हम भारत में नागरिकता कानून के विरोध पर नज़र बनाए हुए हैं
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, हम लोग नागरिकता संशोधन कानून के मामले पर प्रशासन से आग्रह करते हैं कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन के अधिकारों की रक्षा और सम्मान किया जाना चाहिए। अमेरिकी विदेश विभाग मंत्रालय ने कहा कि धार्मिक स्वतंत्रता और समानता के अधिकार हमारे दोनों लोकतंत्र के मूल सि’द्धांत हैं। अमेरिका ने भारत से आग्रह किया है कि अपने धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करे।
आपको बता दें दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया में पुलिस कार्रवाई और वि’वादा’स्पद नागरिकता कानून के खिला’फ सोमवार को देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए। प्रदर्शन का समर्थन नेता और सामाजिक कार्यकर्ता भी करते नजर आए। कहीं-कहीं ये प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहे, तो कहीं इसने हिं’सक रूप ले लिया।
US State Dept Spokesperson to ANI: Respect for religious freedom&equal treatment under the law are fundamental principles of our two democracies. United States urges India to protect rights of its religious minorities in keeping with India’s Constitution&democratic values. 2/2 https://t.co/xN9ly4KgMz
— ANI (@ANI) December 16, 2019
वही जामिया के छात्रों के खिला’फ पुलिस कार्रवाई और नागरिकता कानून के खिलाफ गुस्से का असर उत्तर प्रदेश से लेकर केरल और महाराष्ट्र से लेकर पश्चिम बंगाल तक में देखा गया वही जामिया के छात्रों को लेकर कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष एकजुट हो गया कांग्रेस के अलावा चार अन्य राजनीतिक दल के नेताओं ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन कर जामिया परिसर में रविवार शाम की घट’नाओं की उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश से जांच कराने की मांग की है।
आपको बता दें कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा मोदी सरकार एक ऐसा कानून लाकर देश में हिं#सा के लिए पूरी तरह जिम्मेदार है जिसका देशभर में विरो’ध किया जा रहा है और सभी विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं। अगर सरकार यह कानून नहीं लाती तो कोई हिं#सा नहीं होती।
वही कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी के नेतृत्व में इंडिया गेट पर शाम चार बजे से शाम छह बजे तक मूक प्रदर्शन भी किया प्रियंका ने कहा, छात्रों पर हम’ला भारत की आ’त्मा पर वार है। वहीं उनकी मां और पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी ने एक बयान जारी कर भाजपा पर देश में अ’स्थि’रता पैदा करने का आरोप लगाया।