गुजरात में राजकोट के शापर इंडस्ट्रियल एरिया में प्रवासी मजदूरों ने जमकर हं’गामा मचाया। एक पत्रकार और जिले के एसपी पर जा’नले’वा ह’म’ला किया। इन प्रवासियों में ज्यादातर नवयुवकों की भी’ड़ थी। सड़क पर प’त्थ’र रखकर वाहन रोके और तो’ड़ फो’ड़ मचा’ते रहे।
एक पत्रकार को युवकों ने घेर लिया। उसे सड़क पर प’टक’कर पी’टा। उसका सिर फो’ड़ दिया, जिससे खू’न बहने लगा। कुछ पुलिसकर्मियों ने उस पत्रकार को बचाया। युवकों ने उसका कैमरा भी छी’न लिया था। इस घटना के वीडियो भी युवकों ने रि’कॉ’र्ड किए। यह वीडियो सोशल साइट्स पर वा’यर’ल हो रहे हैं।
संवाददाता ने बताया कि, भी’ड़ में शामिल ज्यादातर युवक बिहार और उत्तर प्रदेश जाने वाले थे मगर, श्रमिक स्पेशल ट्रेनें र’द्द होने के चलते वे भड़’क गए। कहने लगे कि हमें अपने गृहराज्यों में नहीं भेजा जा रहा। उन्होंने वहां भू’खे म’रने की भी बात कही। ऐसे में वे ब’वा’ल का’टने लगे।
वहीं, जिला एसपी समेत पुलिस की गाड़ी भी’ड़ को नि’यं’त्रित करने पहुंची युवकों ने प’त्थ’रबा’जी की। उधर, एक पत्रकार को निशा’ना बनाए जाने पर वीडियो वा’यरल हुआ तो राज्यभर के पत्रकारों में आ’क्रो’श उत्पन्न हो गया।
गुजरात के राजकोट में यूपी और बिहार के प्रवासी मजदूरों ने #एबीपी_न्यूज के रिपोर्टर को जम कर पी’टा बताया जा रहा है कि #एबीपी_न्यूज के रिपोर्टर ने मोदी जी की तारीफ़ कर सवाल पूछा जिस पर मजदूरों ने ला’ठी डं’डों से ह’मला कर दिया और जमीन पर लि’टा कर खूब पीटा ..मै इसकी कड़ी निन्दा करता हूं pic.twitter.com/CpYE4EPf9V
— Rehan Khan (@RehanKh35284991) May 18, 2020
पत्रकारों ने जिले की एसपी कचहरी पहुंचकर आ’रोपियों के वि’रु’द्ध तुरंत ही कड़ी का’र्रवाई करने की मांग की। इस मामले की सूचना मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के पास भी पहुंच गई। तब मुख्यमंत्री ने रेन्ज आईजी को तुरंत का’र्रवा’ई के आदेश दे दिए।
पुलिस जाब्ता फिर घटनास्थल की ओर दौ’ड़ पड़ा। कुछ ही घंटों के अंदर ही 40 से ज्यादा लोगों को गिरफ्ता’र कर लिया गया। बताया गया कि, कुल 46 आ’रो’पी पकड़े गए। इन 46 में 5 नवयुवक वो थे, जिन्होंने बेरह’मी से प’त्रका’र को पी’टा था।
@CMOGuj is this true that reporter was lynched by a mob in Rajkot? Policemen were also present. Reminds me palghar incident. https://t.co/vNJX0yq3lc
— Bhushan Jani (@bhushan_jani) May 17, 2020
पी’ड़ित पत्रका’र की पहचान हार्दिक जोशी के तौर पर हुई। वह प्रवासी श्रमिकों की कवरेज करने पहुंचे थे। तभी उन्हें युवकों ने पट’क’कर गंदी गा’लियां दीं और सि’र फो’ड़ दिया। हार्दिक के खू’न ब’हने लगा। उसका कैमरा भी छी’न लिया गया। पत्रकार को कुछ स्थानीय लोगों ने छु’ड़ाया और पुलिस की मौजूदगी में उसे उग्र भी’ड़ से दूसरी जगह ले जाया गया। इस मामले में मुख्यमंत्री ने रेन्ज आईजी संदीपसिंह को तुरंत का’र्रवाई के आदेश दिए।
इस मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए खुद घा’यल होने के बावजूद एसपी बलराम मीणा ने टीम के साथ मिलकर वी’डियो में दिखाई दे रहे शख्सों को खोजना शुरु कर दिया। कुछ ही घंटों में न सिर्फ पत्रकार पर ह’म’ला करने वाले 5 बल्कि श्रमिकों को हिं’सा के लिए उकसा’ने वाले अन्य 41 को भी पकड़ा।