आज के बिकाऊ मीडिया के दौर में सिर्फ एक सोशल नेटवर्किंग ही एक ऐसा जरिया है, जिससे आम आदमी अपनी बात रख सकता है. वह अपनी आवाज़ को इसके माध्यम से ऊंची उठा सकता है. किसी तक भी अपनी बात पहुंचा सकता है. क्या सच है, क्या झूठ है इसको दिखा सकता है.
अभी हाल ही में असदुद्दीन ओवैसी ने, राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद के फैसले पर अपने कुछ तथ्य रखे थे. जो शायद बहुसंख्यकवाद सिस्टम से ग्रस्त लोगों को नागवार गुज़रा. असदुद्दीन ओवैसी के बोलने का इंतज़ार तो इस देश की बिकाऊ मीडिया भी बड़ी बेसब्री से करती है.
कब असदुद्दीन ओवैसी के मुंह से कोई ऐसी बात निकले, जिसके बाद वह ओवैसी और देश के मुसलमानों को पानी पी पी कर गरियाना चालू कर दें. बाबरी मस्जिद के फैसले पर असदुद्दीन ओवैसी के बयान देने के बाद उन्हें गिरफ्तार करने की मांग उठी थी.
यहाँ तक की कुछ शरारती तत्व और भाड़े के आईटी सेल वालों ने ट्विटर पर ओवैसी के खिलाफ ट्रेंड चला दिया था. ये ट्रेंड था ‘गिरफ्तार करो ओवैसी को’ सोशल मीडिया से लेकर झोलाछाप नेताओं तक सबके मुहं से बस एक ही बात निकल रही थी की ओवैसी को गिरफ्तार किया जाय.
एक वक्त था जब देश में नारा दिया गया था कि-
जो हिंदू हित की बात करेगा
वही देश पर राज करेगा।
यह भाजपा की सबसे बड़ी सफलता है कि उसने भारतीय लोकतंत्र (विधायिका, व्यस्थापिक, न्यायपालिका) को बहुसंख्यकवाद से ग्रस्त कर दिया… #IAmAsadOwaisi टाप पर है.@akramtyagi pic.twitter.com/dglpyeLs7x— काकावाणी (160K) (@AliSohrab007) November 12, 2019
ट्विटर पर असदुद्दीन ओवैसी के विरो’ध में चले जा रहे ट्रेंड ‘गिरफ्तार करो ओवैसी को’ लेकर देश के अल्पसंख्यक समुदाय ने भी ओवैसी के सपोर्ट में हैशटैग चलाया ‘I Am Asad Owaisi’ और ये देखते ही देखते देश के सबसे बड़े सोशल प्लेटफार्म ट्विटर पर नंबर 1 पर रैंक कर रहा है.
वॉल्टेयर ने कहा था कि मैं आपसे असहमत हूं लेकिन इसके लिये मैं अपनी जान लड़ा दुंगा कि कि आपको अपनी बात रखने का मौक़ा दिया जाए। सही मायनों में यही लोकतंत्र है, लेकिन विडंबना देखिए सवाल करने वालों के साथ कैसा व्यवहार किया जाता है, उन पर आरोप प्रत्यारोप लगाए जाते हैं।#IAmAsadOwaisi
— Wasim Akram Tyagi (@akramtyagi) November 12, 2019
ऐसा कई बार हुआ है जब जब असदुद्दीन ओवैसी किसी मुद्दे पर बोलते हैं, खासकर मुस्लि’मों से जुड़ा हुआ मुद्दा होता है तब. शरारती तत्व एक्टिव हो जाते हैं, और उन्हें फेसबुक या ट्विटर जैसे सोशल नेटवर्किंग साइट पर ट्रोल करने लग जाते हैं.
अब हम भी फख्र के साथ कहते हैं।
हमारा भी एक नेता है, जोसड़क से लेकर संसद तक हमारी जमात
के हकूक की लड़ाई लड़ता है।जिसका नाम “बैरिस्टर असुद्दीन ओवैसी” है। #IAmAsadOwaisi pic.twitter.com/AFrrFCchif
— υzzιє (@imuzzie07) November 12, 2019
लेकिन उनके आलोचक यह भूल जाते हैं, कि उनकी तादाद मुट्ठी भर है, और असदुद्दीन ओवैसी को इस देश में चाहने वाले लोगों की तादाद उनसे कई-कई गुना ज्यादा है. अगर आप भी असदुद्दीन ओवैसी को सपोर्ट करते हैं, तो इस पोस्ट को शेयर कर उनके समर्थन में अपना मत रखें. और ट्विटर पर जो ट्रेंड चल रहा है वह देखने में भी बड़ा मजेदार है, क्योंकि हर मिनट में Tweets की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है.