किसी ने सही कहा है अगर खुद पर भरोसा, कड़ी मेहनत और कुछ कर गुजरने का जुनून सर पर सवार हो तो कोई क्या कुछ नहीं कर सकता हैं. इरादे मजबूत हो और सीने में जज्बा हो तो कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं होता हैं. ऐसा ही कुछ गजब का कारनामा करके 15 वर्षीय मोहम्मद परवेज उर्फ़ टाइगर ने इतिहास रच दिया हैं. बिहार के महुआ क्षेत्र के बिझरौली गांव के रहने वाले मोहम्मद परवेज उर्फ टाइगर सात दिनों में 80 घंटे दौड़कर मंगलवार को दिल्ली पहुंचे.
बिना रुके और लगातार दौड़ कर दिल्ली तक का सफर तय करने वाले टाइगर ने दिल्ली पहुंच कर मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री और बिहार के हाजीपुर से सांसद रामविलास पासवान से मुलाकात की और उन्हें अपने जंदाहा से दिल्ली तक के सफर के बारे में जानकारी दी.

इसके साथ ही मोहम्मद परवेज ने बताया कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से काफी प्रभावित है और वह पीएम मोदी से मुलाकात की इच्छा रखते हैं. वहीं पी न्यूज़ को डॉट कॉम के अनुसार परवेज अंसारी ने बताया कि वह माननीय नरेंद्र मोदी से मिलना चाहते हैं.

खबर के अनुसार परवेज ने कहा कि मैं पीएम से मिलकर सिफारिस करूंगा कि मुझे देश के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला तो मैं ओलम्पिक में भारत और बिहार का नाम रौशन कर सकता हूँ.

परवेज ने बताया कि मैं प्रत्येक दिन करीबन 25 से 30 किलोमीटर की दूरी तय करता हूँ. उन्होंने बताया कि बीते वर्ष उन्हें पासपोर्ट बीजा नही मिलने के कारण एशिया ओलिपिक गेम्स में शामिल होने का मौका उन्हें नही मिल सका था.
हाजीपुर के बिजरौली गांव, (जंदाहा) के धावक मोहम्मद परवेज़ आलम उर्फ टाइगर ने हाजीपुर से नई दिल्ली की लगभग 1200 कि०मी० की दूरी 80 घण्टे में दौड़कर पूरी की। साथ में उनके सहयोगी श्री रहमत अंसारी भी थे। बिहार और हाजीपुर को गर्व है ऐसे प्रतिभाशाली धावक पर। #Hajipur pic.twitter.com/SOVZtiTORf
— Ram Vilas Paswan (@irvpaswan) January 23, 2019
इसी के चलते उन्होंने कुछ अनोखा करने का मन बनाया और अपने गांव जंदाह के बिझरौली से 15 जनवरी की दोपहर निकल पड़े. उसके बाद सात दिनों तक दौड़ते हुए सारण, यूपी के मऊ आजमगढ़ से होते हुए दिल्ली पहुंच कर नया कीर्तिमान स्थापित किया.

दिल्ली पहुंच कर उन्होंने सांसद पासवान से मुलाकात की जिन्होंने उसे आश्वासन दिया है कि वे पीएम मोदी जी से मिलाने में मदद करेंगे. साथ ही पासवान ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक ट्वीट कर प्रतिभाशाली परवेज का हौसला भी बढ़ाया.