अभी-अभी महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा फेरबदल हुआ है, जिसके चलते आज की सुबह देश के राजनीतिज्ञों में खलब’ली मची हुई है. भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर महाराष्ट्र पर कब्जा कर लिया है. देवेंद्र फडणवीस ने राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी एनसीपी के साथ सरकार बनाने का दावा पेश किया और देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. महाराष्ट्र में कोई सरकार नहीं बना पा रहा था, जिसके चलते राष्ट्रपति शासन लागू करना पड़ा.
उसके बाद से ही शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस मिलकर रोज कई मीटिंग कर रहे थे. इसके बाद भी वह किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पा रहे थे. हालांकि बीती शाम खबर आई कि शिवसेना का ही मुख्यमंत्री बनेगा और इस पर कांग्रेस की तरफ से मुहर भी लग चुकी थी.
Congratulations to @Dev_Fadnavis Ji and @AjitPawarSpeaks Ji on taking oath as the CM and Deputy CM of Maharashtra respectively. I am confident they will work diligently for the bright future of Maharashtra.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 23, 2019
उन्होंने 5 साल के लिए शिवसेना का मुख्यमंत्री बनाए जाने पर सहमति जता दी थी, लेकिन आज रात भर में ही पासा पलट गया और शनिवार की सुबह 6:00 बजे से पहले ही राष्ट्रपति शासन हटा दिया गया, और सुबह 8:00 बजे भाजपा के देवेंद्र फडणवीस को शपथ दिला दी.
महाराष्ट्राच्या मुख्यमंत्री पदी श्री देवेंद्र फडणवीस आणि उप मुख्यमंत्री पदी अजित दादा पवार यांनी शपथ घेतल्या बद्दल अभिनंदन. तुमच्या नेतृत्वात महाराष्ट्राचा विकास रथ वेगाने पुढे जाईल हा ठाम विश्वास आहे. @Dev_Fadnavis @AjitPawarSpeaks
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) November 23, 2019
उनकी शपथ के दौरान ही एनसीपी के नेता अजीत पवार को उप मुख्यमंत्री की शपथ दिलाई गई. आज सुबह ही जैसे इस बात की खबर लगी तो देश भर की राजनीति में एकदम भूचा’ल आ गया. पूरे देश में इस बात की चर्चा बहुत जोरों पर है कि यह एकदम से क्या हो गया.
पाप के सौदागर!
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) November 23, 2019
क्योंकि कल शाम को एक महा बैठक हुई थी जिसमें शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर मोहर लगी थी. इधर तमाम विपक्ष के नेता बीजेपी को कोसते हुए नजर आ रहे हैं’ और तमाम विपक्ष के लोगों ने अपने-अपने टि्वटर हैंडल से भाजपा की ओर से उठाया गया एक शर्मनाक कदम बताया है.
फिलहाल इस बात यह बात बड़ी दिलचस्प है कि अगर भाजपा ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह राजनीति की चाण’क्य है. कुछ नेताओं का बोलना है कि यह भाजपा का पुराना पैं’तरा है, सत्ता पाने के लिए बीजेपी किसी भी हद तक जा सकती है.