बिहार में चमकी बुखार या एक्यूट इंफेलाइ’टिस सिंड्रो’म (AES) से अबतक करीब 134 बच्चों की जान जा चुकी है. सबसे ज्यादा जानें मुजफ्फरपुर जिले में गयीं हैं. पिछले कुछ दिनों से यह राष्ट्रीय मीडिया, खास कर टीवी चैनलों की भी सुर्खियां बना है। हलाकि स्वास्थ्य मंत्री ने मुजफ्फरपुर का दौरा किया और उसके बाद मुख्यमंत्री भी वहां पहुंचे। टीवी चैनलों के पत्रकार एसकेएमसीएच के आईसीयू में जाकर रिपोर्टिंग कर रहे हैं। ऐसी ही एक रिपोर्टिग का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा है। इसमें आज तक चैनल की एंकर अंजना ओम कश्यप डॉक्टर को हड़काने के अंदाज में सवाल करती दिख रही हैं।
वायरल वीडियो पर लोग तरह-तरह की टिप्पणी कर रहे हैं। एक डॉक्टर ने तो यहां तक टिप्पणी कर दी कि ऐसे मीडियावाले ही डॉक्टरों के खिलाफ हिंं@सा को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार हैं। बता दें गोरखपुर के डॉक्टर काफिल ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, यह आज तक की अंजन ओम कश्यप की रिपोर्टिंग है। इस तरह के मीडिया डॉक्टरों के प्रति हिं@सा को बढ़ावा देते हैं। क्या आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाना भी डॉक्टर की जिम्मेदारी है? डॉक्टरों और मरीज के अनुपात को देखिए। जब 100 मरीज भर्ती हो तो उस समय एक डॉक्टर क्या कर सकता है?
this is @aajtak @anjanaomkashyap reporting.
This is the kind of media promoted voilence against doctors.
Is providing the infrastructure also now doctor responsibility? Look at the doctor patient ratio?
What can 1 doctor do with 100 patients admitted@IMAIndiaOrg @NitishKumar pic.twitter.com/ROrwof9REJ— Dr kafeel khan (@drkafeelkhan) June 18, 2019
आपको बता दें गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में आक्सीजन की कमी से हुई बच्चों की मौ@त के समय डॉ कफील खान के नाम पर खूब सुर्खियां बनी थीं. उस दौरान डॉ कफील खान पर आरोप भी लगे और उन्हें कई महीने तक जे’ल में भी रहना पड़ा था. अब मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल में चमकी बुखार से जा’न गंवाते बच्चों पर डॉ कफील खान फिर सुर्खियों में हैं।
उन्होंने कहा है कि SKMCH में 200 बेड वाले आइसीयू की तत्काल व्यवस्था सरकार को करनी चाहिए. डॉ कफील मंगलवार को मुजफ्फरपुर में हेल्थ कैंप लगाने पहुंचे थे, इस दौरान वह SKMCH अस्पताल भी गए. उन्होंने पीआईसीयू से लेकर वार्ड में भर्ती बच्चों को देखा और उनके परिजनों से बातचीत की।

डॉ कफील खान ने अस्पताल के सुपरिटेंडेंट और बच्चा विभाग के एचओडी से भी मुलाकात की और महा मारी का रूप ले चूका चमकी बुखार के रोक-थाम के विषय पर विचार विमर्श किया. इंसाफ मंच और डॉ कफील खान ने मुजफ्फरपुर के दामोदरपुर में मेडिकल कैम्प का लगाया है. जिसमें 300 बच्चों को चेकअप के बाद मुफ्त द’वाइयां दी गईं. डाक्टरों की टीम में कफील खान के अलावा डॉ अरशद अंजुम, डॉ एन आजम, डॉ आशीष कुमार भी शामिल हुए।
आपको बता दें बीते मई महीने में सुप्रीम कोर्ट ने डॉ कफील को बड़ी राहत दी थी. शीर्ष अदालत ने उत्तर प्रदेश सरकार को आदेश दिया है कि वह डॉ कफील की बकाया राशि का भुगतान जल्द से जल्द करें. डॉ कफील ने अपने निलंबन को लेकर चल रही जांच को कोर्ट में चुनौती दी थी. सुप्रीम कोर्ट ने इसके साथ ही डॉ कफील के खिलाफ चल रही जांच को तीन महीने में पूरा करने का आदेश दिया है।