रियाद: हाल ही में सऊदी अरब के एक एक जाने माने स्कॉलर ‘आब्दी ज़हरानी’ द्वारा तवीत किया गया था, जिसमें उन्होंने भारतीय मुसलमानों को लेकर, उनके खिलाफ़ चलाये जा रहे प्रोपागेंडा पर नाराज़गी जताई थी. इनके बाद अब कुवैत के भी एक स्कॉलर अब्दुल्ला अल शर्किया ने भारतीय मुसलमानों को लेकर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने लिखा है कि मुसलमानों के खिलाफ नफर’त फैलाने और अपराध में शामिल उग्रवा’दी संगठनों की वजह से खाड़ी देश में भारतीय उत्पादों और वस्तुओं का बहिष्कार किया जा सकता है.
पिछले कुछ दिनों में जिस तरह से तबलीगी जमात का नाम लेकर भारतीय मीडिया ने जिस तरह से भारतीय मुसलमानों की छवि खराब करने का काम किया है उसकी जांच अब खाड़ी देशों तक जा पहुंची है. जिसके चलते खाड़ी देशों के बुद्धिजीवियों में नाराजगी का माहौल है, और उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर इस तरह से चलता रहा तो, खाड़ी देशों में भारतीय वस्तुओं और उत्पादों का बायकाट किया जाएगा.
The persistence of these brutal assaults on Muslims in India may result in boycotts of Indian products and goods by Muslim nations.#India #Indian
— د. عبدالله الشريكة 🇰🇼 (@DrAlshoreka) April 18, 2020
इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी मुसलमानों के खिलाफ जिस तरह से लोग मुहिम छेड़े हुए हैं, उसको लेकर भी उन्होंने ट्वीट किया है. इसको लेकर तक उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि मैं भारतीय मुसलमानों की रक्षा हेतु उनके लिए मानव अधिकार परिषद में हमारे साथ खड़े होने के लिए आमंत्रित करता हूँ.
इसमें उन्होंने सभी गैर सरकारी संगठनों का भी जिक्र किया है, वह आगे लिखते हैं कि उन्होंने कुछ समय पहले मुसलमानों पर हुए हम’लों की निं’दा की जिसके परिणाम स्वरूप वह लोग बेहद नाराज हैं. आपको बता दें कि पिछले काफी समय से सोशल मीडिया पर असामाजिक तत्वों द्वारा जिस तरह का हिंदू-मुस्लिम किया जा रहा है, उसको लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने भारत की छवि को धूमिल करने का काम किया है.
अभी हाल ही में इन सब को लेकर खाड़ी देशों में नौकरी करने वाले कई लोग भी इसकी चपेट में आ गए हैं, वह लोग भी अपने सोशल मीडिया पोस्ट और ट्विटर हैंडल से मुस्लिम विरोधी पोस्ट करने लगे थे. जिसको भी लेकर खाड़ी देशों के लोगों में काफी नाराजगी है.
We do not accept the aggression of any innocent person, regardless of his religion or ethnicity. If a non-Muslim person had been wronged in our country, we would have defended him. Why are Muslims in India subjected to these brutal attacks without crime ?!#India #Indian
— د. عبدالله الشريكة 🇰🇼 (@DrAlshoreka) April 18, 2020
उन्होंने कहा है कि यहां काम करने वाले सभी प्रवासियों को वापस अपनी अपनी जगह भेज देना चाहिए. क्योंकि जिस तरह से यह लोग इस्लाम और मुसलमानों के खिलाफ प्रोपेगेंडा चला रहे हैं, जिसकी सत्यता का किसी भी तरह का आधार नहीं है और वह लोग इन्हीं इस्लामिक देशों से पैसे कमा रहे हैं.
सऊदी अरब के बाद अब कुवैत के एक स्कॉलर ने लिखा है कि अगर हमारे यहां देश में किसी एक भी गैर-मुस्लि’म व्यक्ति के साथ अन्याय होता है, तो हम उसका बचाव करते हैं. जबकि भारत में ऐसा नहीं है. मुसलमान अपराध किए बिना ही इन क्रू’र हम’लों का अधीन क्यों है.
उन्होंने भारत सरकार से अपील की है, वह ऐसे संगठनों और असामाजिक तत्वों को तुरंत रोके जो भारतीय मुसलमानों और एनी दूसरे लोगों पर हम’ला कर रहे हैं, जिससे यह समस्या और बड़ी ना हो और देश में शांति और सौहार्द का माहौल बना रहे.
आपको बता दें कि इन सब में मीडिया का भी कम रोल नहीं है, जिस तरह से उन्होंने तबलीगी जमात को लेकर प्रोपेगेंडा चलाया था. उसके चलते भी भारतीय मुसलमानों समेत खाड़ी देशों के लोग इस बात से काफी नाराज हैं.
आपको बता दें कि भारतीय मीडिया ने तबलीग जमात को लेकर देश में जो माहौल बनाया था वो बाद में लगभग 90% जमाती लोगों से जुड़ी हुई न्यूज़ पूरी तरह से फर्जी निकली हैं. कहीं ना कहीं मीडिया की वजह से भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत की छवि धूमिल हुई है. न्यूज़ साभार