लोकसभा चुनाव में अब गिने चुने दिन ही रह गए है ऐसे में सभी राजनीतिक दलों ने अपनी अपनी तैयारियां भी शुरू कर दी है. सभी राजनीतिक पार्टियां अपने उम्मीदवारों की लिस्ट तैयार करने में जुटी हुई है. पार्टियां लोकसभा चुनाव के टिकट के लिए सही उम्मीदवार के चयन को अंतिम रूप देने में लगी हुई है. इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी भी लोकसभा के लिए अपने उम्मीदवार तय करने में जुटी हुई है. सपा यूपी में लोकसभा 2019 का चुनाव बहुजन समाज पार्टी के साथ मिलकर लड़ने वाली है.
खबर है कि सपा ने अपने 10 उम्मीदवारों के नाम का चयन कर लिया है जबकि उसकी सहयोगी बसपा ने तो 29 उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए है. वहीं सूत्रों के अनुसार खबर है कि सपा इस बार 6 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारने जा रही है.
सपा किस सीट से किसे उतारने वाली है यह सभी तक साफ नहीं हो सका है लेकिन खबर है कि वह सूबे की अपने कोटे की 6 लोकसभा सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारने वाली है. यह उम्मीदवार मुस्लिम बहुल क्षेत्रों से चुनाव लड़ेंगे. इसके लिए छह लोकसभा क्षेत्रों पर विचार किया जा रहा है.
सपा मुरादाबाद, श्रावस्ती, रामपुर, संभल, बरेली और कैराना से मुस्लिम चेहरों पर दांव लगाने पर विचार कर रही है. कैराना से मौजूदा सांसद तबस्सुम हसन को टिकट दिया जाएगा. फ़िलहाल वह रालोद के टिकट से उपचुनाव जीतकर सांसद बनी थी लेकिन वह सपा की नेता है और उन्हें गठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर उतारा गया था.
वहीं रामपुर से आज़म खान पर सपा दांव लगाने वाली है. हालांकि वह लोकसभा चुनाव लड़ने से माना कर रहे थे लेकिन अब उन्हें मना लिया गया है. वहीं मुरादाबाद सीट से शायर इमरान प्रतापगढ़ी अपना दावा ठोक रहे है लेकिन उन्हें लेकर पार्टी में दो धड़े बने हुए है और एक धड़ा उनका विरोध कर रहा है.
वहीं संभल से डॉक्टर शफीक उर रहमान बर्क का सपा अपना चेहरा बना सकती है. हालांकि संभल से टिकट के लिए यहां के विधायक इक़बाल मसूद भी दावा ठोक रहे है लेकिन खबर है कि पार्टी बर्क पर दांव लगा सकती है. वहीं बरेली सीट से आयेशा इस्लाम और भगवत सरन टिकट की मांग कर रहे है.
लेकिन इसे लेकर अंतिम फैसला अखिलेश यादव का ही करना है. वहीं श्रावस्ती सीट से टिकट के दावेदारों की लिस्ट लंबी है. यहां से तुलसीपुर के पूर्व विधायक मसूद खान और पूर्व मंत्री एसपी यादव दावेदारी जाता रहे है. इसके साथ ही पूर्व सांसद रिजवान जहीर भी टिकट की रेस में है और उनका दावा भी मजबूत मना जा रहा हैं.