पटना: ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) सुप्रीमो और सांसद बदरुद्दीन अजमल के दो बच्चों को लेकर दिए बयान पर राजनीति गर्म हो गई है। बदरुद्दीन अजमल ने कहा था कि इस्लाम में केवल दो बच्चे पैदा करने में विश्वास नहीं रखता। जिन्हें दुनिया में आना है, उन्हें कोई कैसे रोक सकता है? उनके इस बयान पर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने विवादित बयान दिया है।
आपको बता दें अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने मौलाना बदरुद्दीन अजमल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा की अजमल इस्लाम को बच्चा पैदा करने की फैक्ट्री मानते हैं। गिराराज ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल के जरिए एक ट्वीट के जरिए उन पर हम’ला बोला है।
गिरिराज सिंह ने बदरुद्दीन अजमल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस देश में वाक् स्वतंत्रता है। जब टुकड़े-टुकड़े गैंग को कुछ भी कहने की छूट है तो कोई भी कुछ भी कहेगा। उन्होंने लिखा कि बदरुद्दीन अजमल मानते हैं कि हिंदुस्तान में इस्लाम केवल बच्चा पैदा करने की फैक्ट्री है। अपने ट्वीट में उन्होंने सवाल किया कि क्या ईरान, इंडोनेशिया व मलेशिया आदि अन्य देशों में इस्लाम नहीं, जहां जनसंख्या नियंत्रण के लिए कारगर उपाय किए हैं?
बदरुद्दीन अजमल की नजर में हिंदुस्तान में इस्लाम सिर्फ बच्चा पैदा करने की फैक्ट्री है ..क्या ईरान इंडोनेशिया मलेशिया इत्यादि अन्य देश में इस्लाम नहीं जिन्होंने जनसंख्या नियंत्रण के लिए कारगर उपाय किए हैं??
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) October 29, 2019
वही बदरुद्दीन अजमल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने सवाल किया कि अब मुसलमा’न क्या उनसे पूछकर बच्चे पैदा करेंगे? अजमल के बयान की बीजेपी नेता मोहसिन रजा ने भी आलोचना की।
Badruddin Ajmal, AIUDF chief: There is no restrictions among us.Govt is not giving us jobs anyway&we even don’t expect jobs.I would say my people to give birth to as many children as they can and educate them. So they can develop job opportunities and provide jobs to even Hindus. https://t.co/7nmLULzcti pic.twitter.com/y6g6gXmHX9
— ANI (@ANI) October 27, 2019
दरअसल बदरुद्दीन अजमल ने असम सरकार की उस नीति पर सवाल खड़े किए हैं जिसमें दो से ज्यादा बच्चे पैदा करने वालों को सरकारी नौकरी न देने का फैसला किया गया है। उन्होंने कहा है कि मुस्लि’मों को सरकारी नौकरी नहीं मिलनी, इसलिए नए नियम पर मुसलमा’न ज्यादा ध्यान न दें और ज्यादा बच्चे पैदा करें।
उन्होंने कहा है कि मुस्लिमों को ऐसी तालीम दी जाए जिससे वह खुद तरक्की कर सकें और हिंदुओं को भी नौकरी दे सकें। सरकार मुसलमा’नों को नौकरी न देने के लिये यह प्रस्ताव लायी है लेकिन मुस्लि’म किसी की नहीं सुनेंगे और सं’तानोत्प’त्ति जारी रखेंगे।