जैसे ही आज देश भर के लोग सुबह सो कर उठे, तब उन्हें हर टीवी चैनल और हर एक न्यू वेबसाइट और पूरे सोशल मीडिया पर एक ही खबर की पोस्ट देखने को मिल रही थी. हैदराबाद पशु महिला चिकित्सक के चारों गैंगरे’प के आरोपि’यों को एनका उंटर में मार दिया गया है. अधिकतर लोगों को तो सोशल मीडिया पर लगा कि किसी ने गलत खबर चला दी है. लेकिन जब और जगह वोही सब देखने को मिला तो समझ में आया कि खबर पक्की है.
मीडिया के अनुसार जब आज तड़के सुबह इन चारों आरो पियों को क्राइम सीन को सझने के लिए ठीक उसी जगह पर ले जाया गया, जहां उन्होंने एक पशु महिला डॉक्टर की अस्मत लूटने के बाद उसकी निर्म’म तरीके से ह’त्या कर दी थी. ठीक उसी जगह पर इन चरों को उनके कर्मों का फल मिल गया.
जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने क्यों कहा, हैदराबाद एन’काउंटर है फर्जी
उस महिला डॉक्टर के साथ ये सब होने के बाद से ही, देश भर के लोगों में काफी गुस्सा देखा जा रहा था. सभी देशवासी इन चारों अपराधि’यों को मौ’त की सजा देने, फां’सी पर चढ़ाने की मांग अथवा गो ली मा’रने की मांग कर रहे थे. इन चारों के एनका उंटर के बाद हैदराबाद की पुलिस का काफी गर्मजोशी से स्वागत हुआ, उन पर फूल बरसाए गए. मिठाईयां बांटी गईं.
कई महिलाओं ने पुलिस वालों को, अधिकारीयों को राखी तक बांधी. सोशल मीडिया के जरिए भी लोग हैदराबाद के इस एन काउंटर पर काफी खुशी जाहिर कर रहे थे. वहीं कुछ लोग हैदराबाद की पुलिस की इस कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगा रहे थे.
लोगों का कहना है कि इस तरह से कैसे पुलिस किसी को भी मार सकती है. हां अगर इन चारों को कानूनी प्रक्रिया के तहत स जा-ए-मौ’त मिलती तब कुछ और बात होगी. हैदराबाद पुलिस के अनुसार कहानी कुछ इस तरह है कि जब यह चारों आरोपी सुबह वहां से भागने की फिराक में थे, हैदराबाद पुलिस को मजबूरन इन चारों आरोपियों का एनकाउं टर करना पड़ा.
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज, जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने हैदराबाद पुलिस पर सवाल खड़े किए हैं, और उन्होंने कहा है कि यह एक फर्जी एनकाउंटर है. जनसत्ता डॉट कॉम वेबसाइट के अनुसार पूर्व जस्टिस काटजू ने एक ट्वीट किया है की ‘प्रकाश कदम वर्सेस रामप्रसाद विश्वनाथ गुप्ता केस में, सुप्रीम कोर्ट की बेंच जिसकी अध्यक्षता मेरे द्वारा की गई उसने कहा था कि फर्जी एनका उंटर के मामले में संबंधित पुलिसकर्मियों को मौ’त की सजा दी जाए.
साफ़ टूर पर देखने से ही ये हैदराबाद का एनकाउंटर फर्ज़ी लग रहा है. सोशल मीडिया के छोटे से लेकर मेजर प्लेटफार्म तक यूजर दो भागों में बंट गए हैं. अधिकतर जहां काफी लोग हैदराबाद पुलिस को सम्मान की नजर से देख रहे हैं, वही काफी लोगों की तादाद भी ऐसी है, जो इस एनका उंटर को गलत करार दे रहे हैं.
In Prakash Kadam vs Ramprashad Vishwanath Gupta ( see online ) a SC bench presided over by me held that in cases of fake ‘encounter’ the policemen concerned must be given death sentence. The Hyderabad ‘encounter’ appears to be clearly fake
— Markandey Katju (@mkatju) December 6, 2019
वहीं इसके अलावा काफी लोग उन्नाव की गैंगरे’प पीड़ि’ता समेत देश की और महिलाओं और युवतियों के लिए इन्साफ की मांग करते हुए आसाराम, विधायक अनिल सेंगर, राम रहीम सहित और भी कई बलात्का’र के आरो पियों को सजा देने की मांग कर रहे हैं. और दिल्ली की निर्भया याद है आपको जो पिछले 8 साल से आज भी न्याय के इंतज़ार में है.