क्रिकेटर से राजनेता बने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नवजोत सिंह सिद्धू लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा रहे है. हाल ही में पुलवामा में हुए आ$तंकी हमले के बाद भी सिद्धू ने सोशल मीडिया के जरिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार सवाल दागे थे. इसके चलते वह बीजेपी आई सेल के ट्रोल्स के निशाने पर भी आ गए थे. वहीं पुलवामा हम’ले के बाद भारतीय वायुसेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के बालाकोट में एयरस्ट्राइक को अंजाम दिया था. जिसके बाद से ही भारत और पाक के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई हैं.
भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव की स्थिति को देखते हुए पूर्व भारतीय क्रिकेटर और पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर केंद्र सरकार पर तंज कसा है. शुक्रवार को उन्होंने एक ट्वीट में लिखा कि जिस जंग में बादशाह की जान को खतरा न हो, उसे जंग नही राजनीति कहते है ~ चाणक्य (Chanakya)

इसके साथी ही सिद्धू ने अंग्रेजी में लिखा कि युद्ध एक विफल सरकार का आश्रय है, आप अपने खोखले राजनीतिक उद्देश्यों के लिए कितने अधिक निर्दोष जीवन और जवानों का बलिदान करेंगे. नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने ट्वीट में किसी के भी नाम का जिक्र नहीं किया.
जिस जंग में बादशाह की जान को खतरा न हो, उसे जंग नही राजनीति कहते है। ~ चाणक्य (Chanakya)
War is the refuge for a failed government, how many more innocent lives and jawans will you sacrifice for your hollow political motives.
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) March 1, 2019
लेकिन भारत-पाक के बीच मौजूदा हालातों के मद्देनजर माना जा रहा है कि उनका इशारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ है. पिछले काफी समय से भारत और पाक के बीच युद्ध जैसे हालात बने हुए है. वहीं कई बीजेपी समर्थक, भक्त और गोदी मीडिया लगातार युद्ध की मांग कर रही है.
आपको बता दें कि पुलवामा में हुए आ$तंकी हम’ले के बाद भारतीय वायुसेना ने जैश के आ$तंकी कैंप पर कार्रवाई की थी. जिसके बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई हैं. वहीं बुधवार को पाकिस्तान द्वारा एक भारतीय पायलट अभिनंदन वर्धमान को हिरासत में ले लिया गया था जिसके बाद देश में काफी गुस्सा था.

इसी दौरान गुरूवार को पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने वैश्विक दबाव के चलते अभिनंदन की रिहाई करने का ऐलान किया था. जिसके बाद शुक्रवार को देर शाम अभिनंदन अटारी के वाघा बॉर्डर से वापस भारत लौटे. माना जा रहा है कि अभिनंदन की वापसी के बाद दोनों देशों के बीच तनाव कम हो सकता हैं.