लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी BSP की प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने समाजवादी पार्टी सपा के साथ अपना गठबंधन पूरी तरह से खत्म कर लिया है। मायावती ने सोमवार को एक के बाद एक ट्वीट कर इसका ऐलान करते हुए कहा कि बसपा अब आगे होने वाले सभी छोटे-बड़े हर एक चुनाव अपने बूते पर लडेगी। वही मायावती ने लोकसभा चुनाव में मिली हार का ठीकरा अखिलेश यादव के सर फोड़ दिया। बता दें कि सपा-बसपा-रालोद ने मिलकर पिछला लोकसभा चुनाव लड़ा था मगर यह गठबंधन ज्यादा कामयाब नहीं हो पाया। इसमें बसपा को 10 और सपा को पांच सीटें ही मिल सकी थीं।
बता दें बसपा सुप्रीमों मायावती द्वारा बुलाई गई बैठक में मायावती ने अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा है, लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार का जिम्मेदार भी मायावती ने अखिलेश को ही ठहराया माया ने कहा कि अखिलेश ने मुझे ज्यादा मुसलमानों को टिकट देने से मना किया था, उन्होंने मुझसे कहा था कि इससे ध्रुवीकरण होगा, और बीजेपी को फायदा हो जाएगा।

मायावती ने सोमवार को ट्वीट करते हुए कहा, लोकसभा आमचुनाव के बाद सपा का व्यवहार बीएसपी को यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या ऐसा करके बीजेपी को आगे हरा पाना संभव होगा? जो संभव नहीं है। अत पार्टी व मूवमेन्ट के हित में अब बीएसपी आगे होने वाले सभी छोटे-बड़े चुनाव अकेले अपने बूते पर ही लड़ेगी। मायावती ने कहा कि ताज कॉरिडोर वाले केस में मुझे फंसाने के पीछे बीजेपी और मुलायम सिंह का हाथ है।
परन्तु लोकसभा आमचुनाव के बाद सपा का व्यवहार बीएसपी को यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या ऐसा करके बीजेपी को आगे हरा पाना संभव होगा? जो संभव नहीं है। अतः पार्टी व मूवमेन्ट के हित में अब बीएसपी आगे होने वाले सभी छोटे-बड़े चुनाव अकेले अपने बूते पर ही लड़ेगी।
— Mayawati (@Mayawati) June 24, 2019
इसके अलावा सपा ने प्रमोशन में आरक्षण का विरोध किया था इसलिए दलितों, पिछड़ों ने उसे वोट नहीं दिया उन्होंने कहा कि बसपा के प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा को सलीमपुर सीट पर समाजवादी पार्टी के विधायक दल के नेता राम गोविंद चौधरी ने हराया उन्होंने सपा का वोट बीजेपी को ट्रांसफर करवाया लेकिन अखिलेश ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
बसपा प्रमुख मायावती ने सोमवार को ट्वीट करते हुए कहा लोकसभा चुनाव के रिजल्ट आने के बाद अखिलेश ने मुझे एक भी फोन नहीं किया. सतीश मिश्रा ने उनसे कहा कि वे मुझे फोन कर लें लेकिन फिर भी उन्होंने फोन नहीं किया. मैंने बड़े होने का फर्ज निभाया और काउंटिग के दिन 23 तारीख को उन्हें फोन कर उनके परिवार के हारने पर अफसोस जताया।
वही मायावती ने कहा कि पहले सपा शासन में दलितों पर जो अत्याचार हुआ था वहीं हार का कारण बना. मायावती ने कहा कि कई जगह सपा नेताओं ने बसपा उम्मीदवारों को हराने का काम किया था।