अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के भाई दीपक निकालजे को बीजेपी द्वारा विधानसभा का टिकट दिए जाने को लेकर इन दिनों काफी नेताओं की आलोचना में घिरी हुई है, जिसके चलते कई बड़े नेताओं के बयान भी आ रहे हैं| आपको बता दें कि बीजेपी की सहयोगी पार्टी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया RPI ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अंडरव’र्ल्ड डॉ’न छोटा राजन के भाई दीपक निकालजे को अपना उम्मीदवार बनाया है। जिसके साथ यह घोषणा भी की गयी है कि दीपक RPI के टिकट पर सातारा जिले की फलटन सीट से चुनाव लड़ेंगे लेकिन उनका चुनाव चिह्न कमल होगा।
बता दें कि दीपक निकालजे को टिकट दिए जाने के ऐलान के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं का दौर जारी हो गया है। जिसके चलते अब सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने भी इसपर ती’खी टिप्प’णी करते हुए बीजेपी की खूब आलोचना की है।
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने ट्वीट करते हुए लिखा कि आ#तं’क की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर बीजेपी की सांसद हैं। छोटा राजन के भाई को बीजेपी की सहयोगी पार्टी से टिकट मिलता है! अब आगे क्या? क्या टिकट देने के लिए दाऊद को वापस लाया जाएगा?
जानकारी के लिए आपको बता दें कि इससे पहले लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने भोपाल से आ#तं’क की आरो’पी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को अपना उम्मीदवार बनाया था जिसके चलते वह चुनाव जीत भी गई थीं। बीजेपी द्वारा साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को टिकट दिए जाने के बाद बीजेपी को चौतरफा आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा था। यहां तक कि विदेशी मीडिया ने भी इसपर गंभी’र सवाल खड़े किए थे।
Pragya Thakur accused of multiple Terror strikes a BJP MP. Chhota Rajan’s brother gets MLA ticket from BJP ally! What next? Dawood will be brought back to be given a ticket? https://t.co/yJPKPM24Ns
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) October 3, 2019
प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ अब 21 अक्तूबर को महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसके लिए भाजपा, शिवसेना और अन्य छोटे सहयोगियों के बीच सीटों का बंटवारा हुआ है। इस बंटवारे के तहत केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले के नेतृत्व वाली RPI को छह सीटें दी गई हैं। इन छह सीटों में से एक सीट पर RPI ने दीपक निकालजे को चुनाव लड़वा’ने का फैसला किया है।
आपको बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है कि निकालजे RPI के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, इससे पहले भी वह पार्टी के टिकट पर मुंबई के चेंबूर से विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन वह चुनाव हार गए थे।
साभारः #LiveHindustaan