जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतिपुरा में सीआरपीएफ के काफिले पर गुरूवार को चरमपंथी हमला हो गया था. इस हमले की अब तक कई देश आलोचना कर चुके है इसमें अमेरिका, रूस और फ़्रांस समेत कई बड़े देश शामिल है. वहीं देश भर में इस हमले के बाद लोगों में शोक और गुस्से का माहौल देखने को मिल रहा है. देश भर के सभी आम लोग इस हमले में शहीद हुए जवानों के परिवारों के प्रति संवेदना जाता रहे है. साथ ही इस हमले के बदले में सरकार से जवाबी कार्रवाई करने की मांग भी की जा रही है.
वहीं इस हमले के बाद देश भर का विपक्ष भी सरकार के साथ मिलकर खड़ा है और इस दिखा में बड़े कदम उठाने के प्रति प्रतिबद्धता जाता रहा है. गुरूवार को हुए इस दर्दनाक हमले में सीआरपीएफ के 40 से अधिक जवान शहीद हो चुके है. यह हमला ऐसे समय में हुआ जब जवानों का काफिला सड़क से गुजर रहा था.
बता दें कि 78 गाड़ियों से सीआरपीएफ के 2,547 जवान जम्मू के ट्रांजिट शिविर से जम्मू-श्रीनगर हाईवे से होते हुए श्रीनगर की ओर जा रहे थे. इसी दौरान एक फिदायीन आतं$की ने आईईडी विस्फोटकों से लदी गाड़ी को सीआरपीएफ जवानों की एक बस से टक्कर मार दी.
इसके बाद एक बड़ा धमाका हुआ इसमें 40 जवान शहीद हो गए वहीं इतने ही जवान घायल है. खबरों के अनुसार इस धमाके की आवाज़ को दस किलोमीटर की दुरी तक सुना गया है. वहीं लेथपोरा कस्बे के पास श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर हुए इस आ$त्मघाती हमला की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद नाम के एक आतं$की संगठन द्वारा ली गई है.
हमले के बाद देश भर में शोक देखने को मिला, इस मुश्किल खड़ी में दुनिया के कई देश भारत के साथ खड़े है. अमेरिका ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि आतं$कवाद को खत्म करने के लिए वह भारत के साथ मजबूती से खड़ा हुआ है.
वहीं भारत में फ्रांस के राजदूत अलेक्जेंड्रे जिगलर ने भी हमले की निंदा करते हुए कहा कि फ्रांस इस जघन्य हमले की कड़ी निंदा करता है. जर्मनी ने निंदा करते हुए कहा कि वह अपने रणनीतिक सहयोगी भारत के साथ खड़ा हुआ है. इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया, रूस और चेक रिपब्लिक ने भी पुलवामा हमले की निंदा की है.
वहीं इस आ$तंकी हमले को लेकर तुर्की की ओर से भी आलोचना की गई है. तुर्की राष्ट्रपति तय्यब एर्दोगान ने हमले की निंदा की है. साथ ही उन्होंने कहा कि बिना किसी दोहरे पैमाने के हमें ऐसे अमानवीय कृ$त्यों का सामना करने की जरूरत है. तुर्की आतं$कवाद से निपटने के लिए भारत के साथ हर कदम पर मजबूती के साथ खड़ा हुआ है.
आपको बता दें कि पुलवामा हमले को लेकर हमारे पडोसी देश बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका और मालदीव ने भी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है साथ ही एक साथ मिल कर आतंक$वाद को खत्म करने का संकल्प जताया है. साथ ही संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने हमले की निंदा करते हुए इसके पीछे के लोगों को कठघरे में खड़ा करने की बात कही है.