रमज़ान के पाक माह में कई बड़े मुस्लिम देश दुनिया भर में संकटग्रस्त मुस्लिमों की खूब मदद कर रहे है. इसी कड़ी में तुर्की भी मदद करने में लगा हुआ है. बांग्लादेश में शरणार्थियों के रूप में रह रहे रोहिंग्या मुस्लिमों की मदद के लिए तुर्की आगे आया है. तुर्की सहायता एजेंसी ने बांग्लादेश के कॉक्स बाज़ार क्षेत्र में रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए एक पूरा गांव बनाया हैं.
अमीर सुल्तान के नाम से बसाए गए इस गांव में 414 घर है जिन्हें बांस से बनाया गया है. इसके आलावा पानी के दो कुएं, इबादत के लिए दो मस्जिद, एक सामुदायिक स्थान और एक कचरा संयंत्र शामिल हैं.

मानवतावादी राहत फाउंडेशन के एक प्रमुख प्रतिनिधि हैल अस ने अपने एक बयान में कहा कि इन घरों के लिए तुर्की सहायता एजेंसी का धन्यवाद, हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों को पहली बार अपने घरों में बिजली मिली है. इसके लिए हमने हर घर में सौर पैनल लगाए हैं.
समूह आईएचएच अधिकारी ने इस दौरान कहा कि रोहिंग्या तुर्की को आशावाद के स्रोत के रूप में देखते हैं. वो एक उम्मीद के साथ तुर्की को देखते हैं. जब वो जानते हैं कि आप तुर्की से हैं और अपने कपड़ों पर तुर्की का झंडा लेकर चलते हैं.

U.N के अनुसार दुनिया के सबसे सताए गए लोगों के रूप में वर्णित रोहिंग्या के साथ साल 2012 में हुई सांप्रदायिक हिं’सा के दौरान दर्जनों लोगों के मा’रे गए थे. इसके बाद से ही लगातार हमलों की आशंकाओं का सामना उन्हें करना पड़ रहा हैं.
एमनेस्टी इंटरनेशनल के मुताबिक अगस्त 2017 में म्यांमार की सेना द्वारा अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय के खिलाफ कार्रवाई शुरू होने के बाद से अब तक 750,000 से अधिक रोहिंग्या शरणार्थी, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल है म्यांमार छोड़कर बांग्लादेश भाग गए हैं.