भारतीय टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने होबार्ट में आयोजित डब्ल्यूटीए होबार्ट इंटरनेशनल का युगल खिताब अपने नाम किया है। बता दें की फाइनल में सानिया ने शुहाई पेंग और शुहाई झांग को हराया। एक घंटे 21 मिनट तक चले इस मुकाबले में सानिया और नादिया की जोड़ी ने शुहाई पेंग और शुहाई झांग को 6-4, 6-4 से हराकर ये खिताब अपने नाम किया।
दो साल बाद टेनिस में वापसी करने के बाद सानिया मिर्जा का ये पहला खिताब है। इस प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में सानिया मिर्जा की जोड़ी ने चेक गणराज्य की मैरी बूजकोवा और सलोवेनिया की तमारा जिदानसेक को 7.6, 6-2 से हरा कर फाइनल में जगह बनाई।
माँ बनने के बाद सानिया मिर्ज़ा की टेनिस में वापसी, और शानदार जीत
आपको बता दें कि 33 वर्षीय सानिया मिर्जा ने बेटे अरहान के जन्म के बाद पहली बार टेनिस कोर्ट पर वापसी की है। ओलंपिक वर्ष में इस शुरूआत के साथ सानिया ने ऑस्ट्रेलियाई ओपन के लिए भी अपनी दावेदारी पेश की।
बेटे अरहान के जन्म के कारण सानिया मिर्चा ने साल 2018 और 2019 के सत्र में डब्ल्यूटीए में एक भी मैच नहीं खेली थी।
सानिया ने फाइनल में फाइनल में चीनी जोड़ी को हराया
बता दें कि सानिया और नादिया की जोड़ी ने पहले ही मैच में चीनी प्लेयर्स की सर्विस तोड़ी, इसके बाद अगले हीं मैच में उन लोगों ने अपनी सर्विस गवां दी।
जिसके बाद दोनों जोड़ियों के बीच 4-4 तक करीबी मुकाबला हुआ। सानिया मिर्जा और नादिया को नौवों मैच में ब्रेक पॉइट मिला । उसके बाद वो पहला सेट बड़े आसानी के साथ अपने नाम किया।
चीनी जोड़ी फाइनल में हुयी फ़ैल
चीनी प्लेयर्स का खेल दूसरे सेट में भी ठीक नहीं रहा। और तीसरे में उन्होंने अपनी सर्विस गवां दी। लेकिन ब्रेक प्वाईट लेकर उन्होंने फिर से वापसी किये लेकिन जीत नहीं हासिल कर सरे।
नादिया और सानिया ने इस खिताब को अपने नाम कर इतिहास बना लिया है। इस खिताब को जितने के बाद सानिया और नादिया को इनाम के तौर पर 13580 डॉलर रुपय भी मिला है।