नई दिल्ली: पूर्व भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने अयोध्या मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय के फैसले की रविवार को आलोचना की है हलाकि उन्होंने ने यह भी कहा कि मुस्लि’म समुदाय को इसे स्वीकार करना चाहिए. यशवंत सिन्हा ने यह बयान मुंबई में आयोजित एक साहित्य महोत्सव में दिया जब उनसे अयोध्या फैसले के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, की उच्चतम न्यायालय का फैसला गलत निर्णय है, इसमें बहुत खामियां हैं लेकिन मैं फिर भी मुस्लि’म समुदाय से इस फैसले को स्वीकार करने के लिए कहूंगा. क्योकि उन्हें आगे बढ़ना हैं।
मुंबई में साहित्य महोत्सव के दौरान सिन्हा ने यह भी दावा किया कि लालकृष्ण आडवाणी और भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं को शुरुआत में बाबरी मस्जिद विध्वंस को लेकर पछतावा था, लेकिन बाद में वे राम मंदिर आंदोलन का श्रेय लेने लगे. आपको बता दें अयोध्या फैसले को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने ऐलान कर दिया है कि वह सुप्रीम कोर्ट के अयोध्या फैसले के खिला’फ पुनर्विचार याचिका दाखिल करेगा।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मुमताज डिग्री कॉलेज में कार्यकारिणी बैठक में पर्सनल लॉ बोर्ड ने ये निर्णय लिया. बोर्ड की तरफ से कासिम रसूल इलियास ने कहा कि बोर्ड ने तय किया है कि वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर रिव्यू पिटीशन दाखिल करेगा. उन्होंने कहा कि बोर्ड ने साथ ही फैसला किया है कि मस्जिद के लिए दी गई 5 एकड़ की जमीन मंजूर नहीं है।
If done with needlessly provoking the 5-0 SC bench #AyodhyaJudgement wish @YashwantSinha ‘s comrade #ArunShourie too should come out appeasing Muslims (Sshh!! only if he could erase his ‘saffron’ past) soon.
Let all bile be out at one go!#MumbaiLitFest https://t.co/2SDlR1mPMb— hum_bolega (@hum_bolega) November 17, 2019
वही जमीयत उलेमा हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि अयोध्या पर पुनर्विचार याचिका दायर की जाएगी। मोलन मदनी ने कहा कि हमें पता है की सौ फीसदी पुनर्विचार याचिका खारिज होगी, लेकिन पुनर्विचार याचिका दाखिल करना हमारा अधिकार है और हमें इसका इस्तेमाल करना चाहिए।
साभार: ndtv