मुंबई: नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी पर जारी विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. देश के अलग-अलग हिस्सों में लगातार विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. इस मुद्दे पर विपक्षी पार्टियां भी लामबंद होने लगी हैं. नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में 23 दिसंबर को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुआई में महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पर शांतिपूर्ण विरोध किया।
इसके साथ ही विपक्षी दल भी इस कानून के खिलाफ सड़को पर उतर आये है। इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने महत्वपूर्ण फैसला लिया है। सीएम उद्धव ठाकरे ने प्रदेश में डिटेंशन सेंटर न बनाने की घोषणा की है. सीएम ने 23 दिसंबर को मुस्लि’म समुदाय के प्रतिनिधियों से मुलाकात के दौरान उन्हें यह आश्वासन दिया की यहाँ कोई डिटेंशन सेंटर नहीं बनाया जायेगा।
इस दौरान सीएम उद्धव ठाकरे यह भी कहा कि राज्य में एनआरसी लागू करने के बारे में अभी कोई फैसला नहीं लिया गया। अगर एनआरसी लागू भी किया गया तो वह केवल मुस्लि’म समाज के लिए नहीं बल्कि सभी समाज के लोगों के लिए होगा।
आपको बता दें महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गृह मंत्रालय की अनुमति मिलने के बाद सरकार ने अवैध प्रवासियों के लिए महाराष्ट्र में डिटेंशन सेंटर बनाने का आदेश दिया था. लेकिन, अब उद्धव ठाकरे ने स्पष्ट कर दिया कि प्रदेश में कोई डिटेंशन सेंटर नहीं बनाया जाएगा।
बता दें CAA और NRC पर देश की राजधानी दिल्ली समेत कई हिस्सों में हिंसक विरोध-प्रदर्शन जारी है। उत्तर प्रदेश में इसके विरोध में जबरदश्त प्रदर्शन हुआ. प्रदेश के कई जिलों में उ’ग्र प्रदर्शन’कारियों ने पुलिस चौकी तक को आ’ग के हवाले कर दिया गया।
सार्वजनिक और निजी वाहनों में आ’ग लगा दी गई और पुलिस पर प’थरा’व भी किया गया. वहीं, दिल्ली के जामिया और जाफराबाद-सीलमपुर इलाकों में भी हिं’सक प्रदर्शन हुआ।