मुरादाबाद: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खुश करने के चक्कर में उत्तर प्रदेश पुलिस नए नए कारनामे करती रहती है। आज एक ऐसा ही सनसनीखेज कारनामा यूपी पुलिस ने कर दिखाया है। बता दें मुरादाबाद के थाना भोजपुर में 1 मई 2018 को एक ट्रक में गौ पशु और उनका मांस बरामद हुआ था जिसके बाद यूपी पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था मुकदमा दर्ज होने के बाद वाहवाही लूटने की वजह से भोजपुर पुलिस ने 21 जून 2018 को एक मजदूर सतवीर नाम के दलित युवक को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया था।
अब पुलिस के इस सनसनीखेज कारनामे का खुलासा 7 जून 2019 को उस वक्त हुआ जब जेल से पुलिस द्वारा आरोपी बनाए गए सतवीर को अदालत में पेशी के दौरान ठाकुर द्वारा कोर्ट लाया गया। इस दौरान सतवीर ने अदालत में मौजूद एक वकील चौधरी कुलदीप सिंह को आवाज देकर अपने पास बुलाया और रो-रोकर पुलिस के इस कारनामे की आपबीती सुनाई।

वकील के मुताबिक़ आरोपी जनपद बुलन्दशहर के थाना अनूप शहर अंतर्गत ग्राम डोंगर जोगी का रहने वाला दलित युवक सतवीर था। वकील के अनुसार इसकी पड़ताल उन्होंने खुद उसके गाँव में जाकर की है और वह जहीर नहीं बल्कि सतवीर है। इसके सारे दस्तावेज वो खुद सतवीर के गांव जाकर लेकर आये हैं
सतवीर के वकील द्वारा गावं पहुंचने पर वहां के प्रधान ने भी लिखकर दे दिया है। सतवीर के घर में सिर्फ एक बूढी माँ है जो चलने फिरने बोलने में भी असमर्थ हैं। उनके द्वारा पुलिस के इस कारनामे की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज की गई है।
उधर जब इस मामले में पुलिस अधिकारियों के भनक लगी तो सारे पुलिस अधिकारि कन्नी काटते नजर आए और कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। और इस मामले में सबसे अहम सवाल यह है की सतवीर के परिवार वाले पिछले एक साल से सतवीर की तलाश कर रहे है। जबकि सतवीर जहीर के नाम से जेल में है।
वही दूसरा अहम सवाल GO ह@त्या के अपराध में जेल में कैदी की जिन्दगी गुजार रहा सतवीर और उसके परिवार के सामने सबसे बड़ी समस्या है कि उसकी जमानत जहीर के नाम से ली जाय या सतवीर के नाम से। फ़िलहाल पुलिस महकमे का कोई भी अधिकारि इसका जवाब देने से बच रहा है।
साभार: uppunjabkesari