विलिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी महिला सांसदों पर नस्ली’य टिप्प’णी की दुनियाभर में निं’दा हो रही है। आपको बता दें डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करके कहा कि वे अमेरिका छोड़कर अपने उजड़े और अपरा’ध ग्र’स्त देशों में लौट जाएं जहां से वे आई हैं। ट्रंप ने रविवार को ट्वीट करके महिला डेमोक्रेटिक सांसदों का हवाला देते हुए ट्वीट किया। यह टिप्पणी अश्वेत महिला सांसदों को निशाना बनाते हुए हुए किया गया था। अब राष्ट्रपति की इस टिप्पणी को लेकर विवाद पैदा हो गया है।
डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति उम्मीदवारों और वरिष्ठ सांसदों ने नस्लीय और घृ’णा से भरे इस टिप्पणी के लिए ट्रंप की दुनिया भर में आलोचना हो रही है। न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने मंगलवार को डेमोक्रेटिक कांग्रेस की महिला सदस्यों के बारे में अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ट्वीट्स की निं’दा की। उन्होंने कहा कि आमतौर पर उन्हें राजनीति करना पसंद नहीं है लेकिन वह ट्रंप की इस बात को पूरी तरह से नकारती हैं।
वही डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि यह खतरना’क है जब लोग देश के बारे में बुरा भला बोलते हैं। ट्रम्प ने मंगलवार को व्हाइट हाउस में अपनी कैबिनेट की बैठक के दौरान संवाददाताओं से कहा यह मेरी निजी राय है कि वे चार महिला कांग्रेसी हमारे देश से नफरत करती हैं और यह अच्छा नहीं है। यह स्वीकार्य नहीं है।
गौरतलब है कि अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अश्वेत महिला सांसदों पर रविवार को बेह’द आ’पत्तिजन’क नस्ली’य टिप्प’णी की थी। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि वे अमरीका छोड़कर अपने उजड़े और अपरा’ध ग्र’स्त देशों में लौट जाएं, जहां से वे आई हैं। डेमोक्रेट सांसद न्यूयॉर्क की एलेक्जेंड्रिया ओकासियो कॉर्टेज मिनिसोटा की इल्हान उमर मिशिगन की राशिदा तलिब और मैसाचुसेट्स की अयाना प्रेस्ली ने सोमवार को मीडिया के सामने ट्रंप की आलोचना की।
#NewZealand Prime Minister #JacindaArdern on July 16 said she “completely and utterly” disagreed with #US President #DonaldTrump‘s racist tweets against four non-white #Democratic Congresswomen.
Photo: IANS pic.twitter.com/RNtA3ILvMR
— IANS Tweets (@ians_india) July 16, 2019
इस नस्ली’य टिप्प’णी को लेकर अर्डर्न ने कहा कि न्यूजीलैंड के लोगों ने सत्ता के गलियारों में विविधता का स्वागत किया है। वह मानती हैं कि उनकी संसद को एक खास स्तर का स्थान मिलना चाहिए।
इसे न्यूजीलैंड की तरह दिखना और महसूस करना चाहिए। इसमें विभिन्न संस्कृतियों और जातीयों का समावेश होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कभी भी किसी की उत्पत्ति और उनके अधिकार के बारे में निर्णय नहीं करना चाहिए।