उत्तर प्रदेश में योगी सरकार, नागरिकता कानून को लेकर नागरिकों पर काफी ज्यादा सख्ती बरत रही है. अभी कुछ दिन पहले नागरिकता कानून का विरोध कर रहे काफी लोगों पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने केस दर्ज किए थे. इतना ही नहीं जो सरकारी संपत्ति का नुकसान हुआ था, उन्होंने उनसे भी उसका हर्जाना वसूला. अभी हाल ही में मुनव्वर राणा की दोनों बेटियों पर नागरिकता कानून का विरोध करने की वजह से केस दर्ज हुआ था.
नागरिकता कानून को लेकर, अब लगभग 12 महिलाओं पर उत्तर प्रदेश की पुलिस ने नागरिकता कानून का विरोध धारा 144 में करने की वजह से मामले दर्ज किए गए हैं. दरअसल उत्तर प्रदेश में धारा 144 लगाई हुई है, जिसके चलते इस तरह की कार्यवाही को अंजाम दिया जा रहा है.
नागरिकता कानून का विरोध करनेवाली 1200 महिलाओं पर FIR दर्ज
लेकिन यह बात समझ से बाहर है कि उसी धारा 144 में, अमित शाह एक रैली करते हैं तो उनपर केस क्यों नहीं दर्ज किया गया?. तो क्या ऐसी धारा और ऐसे कानून का सिर्फ आम नागरिकों पर ही लागू करने का प्रावधान है?.
क्या बड़े नेता इस कानून के दायरे में नहीं आते?, ऐसा तो हमारे देश का कानून नहीं है. यहाँ कानून एक साथ सभी के लिए होना चाहिए.
Lucknow: Complaint registered at Hazratganj police station against UP Shia Central Waqf Board chairman Waseem Rizvi for allegedly making derogatory comments against women who were protesting against Citizenship Amendment Act (CAA) at Ghanta Ghar.
— ANI UP (@ANINewsUP) January 23, 2020
वसीम रिज़वी पर भी केस दर्ज
इन सब बातों के दौरान ही सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करने वाली महिलाओं पर यूपी के शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने जो महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी उसके खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई गई है.
Women continue to protest against the Citizenship Amendment Act and National Register of Citizens, at Ghanta Ghar in Lucknow pic.twitter.com/nqWp0l8LDl
— ANI UP (@ANINewsUP) January 18, 2020
आपको यह भी बता दें कि नागरिकता कानून के विरोध में, प्रयागराज में हवन के साथ प्रदर्शन भी हो रहा है, लेकिन अमित शाह ने यह बात कई बार दोहराई है, कि सरकार नागरिकता कानून पर किसी तरह का पुनर्विचार नहीं करेगी, ना ही इसमें बदलाव करेगी.
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने एक बात और कही है कि, यूपी में जिन लोगों ने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाया है, उनसे सख्ती से वसूली की जाय.