अमेरिका ने सीरिया में इस्लामिक स्टेट(आईएस) के खिलाफ चल रही जंग पर एक बड़ा ऐलान किया है. बुधवार को अमेरिका ने घोषणा कि हमने आइएस को पराजित कर दिया है इसलिए उसने वहां से अपनी सेना को वापस बुलाना शुरू कर दिया है. बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करते हुए कहा कि सीरिया में हमने आइएस को पराजित कर दिया है यही हमारे वहां होने के एकमात्र कारण था. इसके कुछ देर बाद व्हाइट हाउस से सीरिया से सेना को वापस बुलाने की घोषणा की गई.
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा कि आइएस पांच साल पहले मध्यपूर्व में बहुत शक्तिशाली और खतरनाक ताकत थी लेकिन अब क्षेत्रीय खलीफा को पराजित कर दिया है. आइएस पर हासिल हुई जीत वैश्विक गठबंधन या उसके अभियान के खत्म होने का संकेत नहीं है.

इस घटनाक्रम को लेकर अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने कहा कि इस पर तुरंत कोई प्रतिक्रिया देने से इन्कार कर दिया हैं. पेंटागन के प्रवक्ता कर्नल रॉब मैनिंग ने कहा कि फ़िलहाल हम अपने साझीदारों के द्वारा उनके साथ काम करना जारी रखेगें.
We have defeated ISIS in Syria, my only reason for being there during the Trump Presidency.
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) December 19, 2018
एक अधिकारी ने कहा कि हम सुनिश्चित कर देना चाहते है कि सुरक्षा बल की सुरक्षा बरकरार रहे लेकिन यथाशीघ्र. जब उनसे पूछा गया कि क्या अमेरिका सीरिया से पुरे अमेरिकी सैनिकों को वापस बुला रही है तो उन्होंने कहा कि पूर्ण वापसी, सभी मतलब सभी.

आपको बता दें कि फ़िलहाल सीरिया में करीबन 2000 अमेरिकी सैन्यबल तैनात किये हुए हैं. उनमें से कुछ बल वहाँ के स्थानीय बलों के प्रशिक्षण मिशन में लगे हुए है जो आईएस से दो दो हाथ कर रहे हैं. सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज नामक एक बल संघर्ष बल की बड़ी टुकड़ी कुर्दिश की है जिसे तुर्की आतंक$वादी समूह के रूप में देखता है.