दिल्ली के जामिया इलाके के शाहीनबाग (Shaheen Bagh) में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और एनआरसी (NRC) को लेकर पिछले एक महीने से लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है। इस दौरान प्रदर्शनकारी महिलाए हाथ में माइक लेकर बुलंद आवाज में कह रही थी, अमित शाह ने कहा है कि वह सीएए (नागरिकाता संशोधन कानून) पर एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे, तो हम भी उनसे कहना चाहते हैं कि हम यहीं पर डटे रहेंगे एक मिलीमीटर भी पीछे नहीं हटेंगे।
आपको बता दें ये हैं शाहीनबाग की दिलेर महिलाए जो आंचल को परचम बनाकर सत्ता को ललकार रही हैं. लेकिन इसी बीच प्रदर्शनकारी महिलाओं को लेकर एक वीडियो बीते 24 घंटे के दौरान जमकर वायरल हो रहा है। नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ कड़कड़ती ठंड में खुले आसमान तले पिछले एक महीना से ज्यादा समय से आंदोलन कर रहीं महिलाओं पर आरोप लगाए जाने के जवाब में धरने पर बैठीं 71 वर्षीय सीमा आलम कहती है।
इस आंदोलन को जारी रखने के लिए हम अपनी जा’न देने को तैयार हैं
71 वर्षीय सीमा ने कहा की हो सकता है कि 500 रुपये लेकर कोई किसी धरने में चला जाए, लेकिन यहां तो हम सभी पुलिस की गो’ली खाने को तैयार बैठे हैं। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ इस आंदोलन को जारी रखने के लिए हम अपनी जा’न देने को तैयार हैं। क्योकि ये संविधान की लड़ाई है। इसे हम म’रते दम तक लड़ते रहेंगे।
गौरतलब है कि भाजपा आईटी सेल जिसे फर्जी सामग्री फैलाने के लिए जाना जाता है। इन्ही के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने धरने पर बैठी महिलाओं को लेकर दावा किया था है कि कांग्रेस द्वारा प्रायोजित ‘शाहीन बाग प्रदर्शन’ पैसे लेकर किया जा रहा है।जहाँ धरना दे रहीं महिलाएं शिफ्ट के हिसाब से इस धरने में आती हैं।
भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय के अनुसार प्रत्येक शिफ्ट के लिए हर एक महिला को 500 से 700 रुपये का भुगतान किया जा रहा है। हलाकि वायरल वीडियो के अनुसार हन्हें रुपये कौन दे रहा है, न तो इसका खुलासा हुआ और न ही इस वीडियो की सत्यता अभी तक साबित हो पाई है।
वहीं प्रदर्शनकारियों महिलाओ ने वायरल वीडियो पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। वही शाहीन बाग के आंदोलनकारियों ने इसे एक जनआंदोलन को बदनाम करने की विभाजनकारी ताकतों की साजिश बताया था। आंदोलकारियों ने कहा था कि हमारा हौसला तोड़ने के लिए ऐसी झूटी अफवाहें फैलाई जा रही हैं, लेकिन हम पीछे हटने वालो में से नहीं है।